दारिद्रय दहन शिव स्तोत्र ।।

दरिद्रता एक अभिशाप है। शास्त्र कहता है- ‘बभक्षित: किं न करोति पापम्‌। क्षीणा: नरा: निष्करूणा भवन्ति।।’ ‘विश्वेश्वराय नरकार्णवतारणाय कर्णामृताय शशिशेखराय धारणाय कर्पूरकांति धवलाय जटाधराय दारिद्रय दु:ख दहनाय नम: शिवाय…।1। गौरी प्रियाय रजनीश कलाधराय कालान्तकाय भुजंगाधिप कंकणाय गंगाधराय गजराज विमर्दनाय दारिद्रय दु:ख दहनाय नम: शिवाय…।2। भक्ति प्रियाय भवरोग भयापहाय उग्राय दुर्गमभवसागर तारणाय ज्योतिर्मयाय गुणनाम सुनृत्यकाय दारिद्रय […]

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